
गyeongju, 20 अक्टूबर 2025: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया के सबसे प्रभावशाली नामों में शुमार NVIDIA के संस्थापक व सीईओ जेन्सेन ह्वांग दक्षिण कोरिया के गyeongju में आयोजित एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सीईओ समिट में हिस्सा लेंगे। यह उनकी 15 साल बाद कोरिया की आधिकारिक यात्रा होगी। 28 से 31 अक्टूबर तक चलने वाले इस चार दिवसीय समिट में ह्वांग एआई के भविष्य, वैश्विक व्यापार चुनौतियों और आपूर्ति श्रृंखला की मजबूती पर चर्चा करेंगे। कोरियाई चिप दिग्गज सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स और एसके हाइनिक्स के शीर्ष अधिकारियों से द्विपक्षीय मुलाकात की संभावना से यह यात्रा और भी महत्वपूर्ण हो गई है, खासकर अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के बीच।
AI और आर्थिक सहयोग पर फोकस
एपेक सीईओ समिट 2025 को दक्षिण कोरिया के कोरिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जो एपेक के 21 सदस्य देशों के नेताओं की बैठक से ठीक पहले आयोजित हो रहा है। समिट का थीम ‘एपेक 2025: कनेक्ट विद प्रोग्रेस’ है, जिसमें एआई, डिजिटल अर्थव्यवस्था, सतत विकास और वैश्विक व्यापार बाधाओं को दूर करने पर जोर दिया जाएगा। ह्वांग समिट के प्रमुख वक्ताओं में शामिल हैं, जिनमें ओईसीडी के महासचिव माथियास कोरमैन और सिटी के सीईओ जेन फ्रेजर जैसे नाम भी हैं।
केसीसीआई के अनुसार, मूल रूप से तीन दिनों का होने वाला यह समिट अब चार दिनों का कर दिया गया है, ताकि वैश्विक व्यवसाय नेताओं को अधिक समय मिल सके। ह्वांग अपनी स्पीच में एनवीडिया के एआई इनोवेशन्स को हाइलाइट करेंगे, विशेष रूप से डेटा सेंटरों के लिए मेमोरी चिप्स और एआई हार्डवेयर पर। विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा एआई ट्रेड डिप्लोमेसी का एक महत्वपूर्ण कदम होगी, जहां अमेरिकी प्रतिबंधों के बीच कोरिया जैसे सहयोगियों के साथ साझेदारी मजबूत होगी।
ह्वांग की यात्रा का एक प्रमुख आकर्षण सैमसंग और एसके हाइनिक्स के एक्जीक्यूटिव्स से मुलाकात है। ये दोनों कंपनियां एआई डेटा सेंटरों के लिए मेमोरी चिप्स का उत्पादन करती हैं, जो एनवीडिया के जीपीयू के साथ अहम भूमिका निभाते हैं। हाल के अमेरिका-चीन व्यापार प्रतिबंधों के कारण, एनवीडिया ने एशियाई आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भरता बढ़ाई है, और कोरिया इसकी कड़ी साबित हो सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ह्वांग इन बैठकों में आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत बनाने और संयुक्त एआई प्रोजेक्ट्स पर चर्चा करेंगे।
यह यात्रा ह्वांग की 2010 के बाद पहली कोरिया यात्रा है, जब उन्होंने NVIDIA के शुरुआती एआई प्रयासों पर काम किया था।
AI डिप्लोमेसी और चुनौतियां
एपेक समिट के दौरान ह्वांग अन्य वैश्विक व्यवसाय नेताओं से भी मिलेंगे, जहां एआई के नैतिक उपयोग, डेटा प्राइवेसी और आर्थिक असमानता जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति और चीनी प्रतिबंधों के बीच, एनवीडिया जैसी कंपनियां एशिया-प्रशांत क्षेत्र में संतुलन बनाने की कोशिश कर रही हैं।
