
नई दिल्ली, 18 अक्टूबर 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एनडीटीवी वर्ल्ड समिट को संबोधित करते हुए कहा कि माओवादी आतंकवाद से देश को मुक्ति मिलने का दिन दूर नहीं है। उन्होंने हालिया अभियानों की सफलता का जिक्र करते हुए बताया कि मात्र 75 घंटों में 303 नक्सली सक्रिय सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया। पीएम मोदी ने इसे “मोदी की गारंटी” करार दिया और जोर देकर कहा कि माओवाद देश के युवाओं के साथ बड़ा अन्याय है। साथ ही, उन्होंने वैश्विक आतंकवाद पर भारत की मजबूत नीति का उल्लेख किया, जहां अब “जबाब की जवाब” दिया जाता है।
एनडीटीवी वर्ल्ड समिट-2025 में बोलते हुए पीएम मोदी ने माओवादी समस्या पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “माओवादी आतंकवाद देश के युवाओं के साथ बड़ा अन्याय और पाप है। मैं देश के युवाओं को इस स्थिति में नहीं छोड़ सकता।” उन्होंने बताया कि माओवादी प्रभावित जिलों की संख्या 125 से घटकर अब मात्र 11 रह गई है। हाल ही में छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में चलाए गए अभियानों में 303 नक्सली मात्र 75 घंटों में आत्मसमर्पण कर चुके हैं। पीएम ने इसे विकास की दिशा में बड़ा कदम बताया, जहां पूर्वी और दक्षिणी राज्यों में सड़कें, रेलवे और स्कूल बन रहे हैं।
आतंकवाद पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक रुख अपनाता है। “अब हम जवाब की जवाब देते हैं, जबाब तोड़ने वाली कार्रवाई करते हैं।” उन्होंने पिछले 11 वर्षों में भारत को अधिक सुरक्षित और समावेशी बनाने का श्रेय दिया। समिट में वैश्विक नेता भी मौजूद थे, जहां पीएम ने भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम” की भावना को भी रेखांकित किया।
विपक्ष की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों का मत
विपक्षी दलों ने पीएम के बयान का स्वागत किया, लेकिन आंकड़ों पर सवाल उठाए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “सफलताएं सराहनीय हैं, लेकिन ग्रामीण विकास पर अधिक ध्यान दें।” भाजपा समर्थकों ने सोशल मीडिया पर #ModiGuarantee ट्रेंड कराया, जहां इसे “युवाओं की जीत” बताया गया। सुरक्षा विशेषज्ञों ने इसे प्रेरणादायक बताया, लेकिन चेतावनी दी कि माओवाद की जड़ें अभी बाकी हैं।
